Tuesday 8 January 2013

एक तितली, रंग बिरंगी

एक तितली, रंग बिरंगी 
दो दिनकी उसकी जिन्दगी 
हसते  हसते वो  फिर भी 
फूलों में प्यार बांटती गयी 
सुगन्ध फ़ैलाने की  सिख 
 फूलों को   देती  गयी 
एक तितली, रंग बिरंगी 

जैसे मैंने हर रंग को अपनाया है 
सुख दुःख के रंगों को अपनाना 
जैसे मैंने अपने सौंदर्य से
 कुदरत को है  सजाया 
अपनी अच्छाई से आप 
मानवता को सजाना 
ऐसी उमदा  सिख  वो 
मानव को देती गयी 
एक तितली, रंग बिरंगी 

मेरी  तरह आपकी भी 
जिन्दगी है बहुत छोटी 
प्यार मुहूबत बांटके 
संवार लेना लोगो की जिन्दगी 
इंसानों को प्यार भरी 
सिख दे गयी एक तितली 
दो दिन की जिसकी जिन्दगी 

Monday 7 January 2013

मुझको क्या हो गया यारों ?


ये आज मुझको क्या हो गया यारों ?
बरसो पुराना जख्म हरा हो गया यारों,
अलफ़ाज़ मेरे गले में ही रुक गएँ यारों,
और आँख से आंसू बहेने लगे यारों !

आसमान में काली घटा छाते ही 
मन मेरा उधास हो गया यारों !
अंतरपट में कुछ ऐसी हालचल  हो रही यारों 
जैसे झिलके पानी में चादनी झूलती  हो यारों।

नहीं कुछ  ख्याल है और न ही कुछ  पता 
मंजिल कहाँ है  और कहा है मुझे जाना 
इस तरह मैं अब भटक रहां  हूँ यारों 
जैसे खुशबूं फैले  हवा के संग  यारों!

ये मेरी हालत कैसे कोई समझेगा यारों ?
मैं  किस से पूछूं? कौन मुझे बतायेगा यारों?
जितना सम्हलने की कोशिश करता हूँ 
उतना ही मैं  लडखडा रहा हूँ यारों !

ऐसे में कौन आके मुझे सम्हालेगा यारों?
ये आज मुझको क्या हो गया यारों ?
बरसो पुराना जख्म हरा हो गया यारों,
और आँख से आंसू बहेने लगे यारों !

Friday 4 January 2013

पैसा



क्यूँ करते हो पैसा पैसा 

क्या दे देगा तुमको पैसा?


खाना खरीद लोगे पर 

भूख दे पायेगा पैसा?

गद्दा  खरीद लोगे पर 
नींद दे पायेगा पैसा?

दवाई खरीद लोगे पर
स्वास्थ दे  पायेगा पैसा?

किताब खरीद लोगे पर
ज्ञान दे पायेगा पैसा?

मकान खरीद लोगे 
पर
घर दे पायेगा पैसा?

सुख के साधन खरीद लोगे 
पर

क्या सुख दे  पायेगा पैसा?

भगवान् की मूर्ती खरीद लोगे

पर भक्ति दे पायेगा पैसा?

क्यूँ करते हो पैसा पैसा 

क्या दे देगा तुमको पैसा?



तुषार खेर