मै अकेला और मेरी तन्हाईयाँ है |
तेरी याद से लिपटी तन्हाईयाँ है ||
मुझे कहाँ ये तन्हा रहेने देती है ?
मेरे साथ रहेती तेरी परछाईयाँ है |
तस्सवुर में भी उनमें में डूब जाता हूँ |
अजीब तेरे आँखों की
गहराइयाँ है ||
तेरे ख़यालों में ही खोया रहेता हूँ मैं|
मेरे दिल को भाती तेरी नादानियाँ है||
तन्हाईयों से क्यूं भागते है लोग ?
मुझको लगती प्यारी तन्हाईयाँ है ||
तुषार खेर