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Showing posts from April, 2013

मेरा यार मिलें !

एक ऐसी श्याम मिले, जब दिल को शुकून मिले! हम जिन्हें याद करें, उनका हमें दीदार मिले! दुःख दर्द की क्या  कमिं है ज़माने में ? कभी सुख के सागर  की लहेरें मिलें ! किया बहुत इंतज़ार  पलकें  बिछायी बार बार  अभ जीना हुआ दुशवार  अब तो मेरा यार मिलें !

हो जाये!

काश कभी कोई सपना  भी  सच  हो जाये! जिसकी तलाश हो, उससे सामना हो जाये! बंद किए बैठा हूँ,  दिल के दरवाजे   मैं  तुम जो आओ, शायद  वो खुले हो जाये ! सुना है हर रात की सुबह होती है  मेरे गम का भी शायद अंत हो जाये ! बरसों  पुराना  दोस्त मिल गया है  तो  शायद कोई पुरानी  याद ताज़ा हो जाये ! संपूर्ण विश्वास  से  तुम उसकी भक्ति करो  तुम्हे शायद भगवान् के दर्शन  हो जाये!  तुषार खेर