Saturday 20 April 2013

मेरा यार मिलें !

एक ऐसी श्याम मिले,
जब दिल को शुकून मिले!
हम जिन्हें याद करें,
उनका हमें दीदार मिले!

दुःख दर्द की क्या 
कमिं है ज़माने में ?
कभी सुख के सागर 
की लहेरें मिलें !

किया बहुत इंतज़ार 
पलकें  बिछायी बार बार 
अभ जीना हुआ दुशवार 
अब तो मेरा यार मिलें !

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