है प्यार का सवाल, थोडा तो पास आ मत खड़ी कर दीवार, थोडा तो पास आ चिल्ला के कहे सकू, नहीं है ये ऐसी बात सुनना हो दिलका हाल, थोडा तो पास आ दूरियाँ तो प्यार में बन सकती है बाधा सोचके ये ख़याल , थोडा तो पास आ दिलको ठंडक मिलती है,मुहूबात की आग से देखने को ये कमाल, थोडा तो पास आ तेरी जुदाई तो मार डालेगी मुझे यार करने आखरी दीदार, थोडा तो पास आ तुषार खेर