Saturday, 12 July 2014

फ़िक्र मत कर

जो जी में आये कर, तू फ़िक्र मत कर !
जिंदगी कर ले बसर, तू फ़िक्र मत कर!!

मिलेगी असफलता या होगा तू सफल ?
पहले कोशिश तो कर, तू फ़िक्र मत कर!!

सोच और अल्फ़ाज़ चाहे हो किसी औरके,
ग़ज़ल नाम अपने कर, तू फ़िक्र मत कर!!

मुश्किल हो राह-ए-गुजर और न हमसफर,
होंसला तो बुलंद रख, तू फ़िक्र मत कर!!

चिंता चिता समान, कह गए ज्ञानी लोग
तू अमल उस पर कर, तू फ़िक्र मत कर

तुषार खेर 

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