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थोड़ी सी समझ

थोड़ी सी समझ अगर मुझमें आ जाये तो!
जो है पास उसी में  संतोष मिल जाये तो!

ख़ुशी किसीको हमेशां कहाँ मिल पाती है ?
मिली जितनी, उसी से मन भर  जाये तो!

हर कदम कहाँ सफलता मिल पाती है?
आखिर में अपनी मंझिल मिल जाये तो!

जिन्दगी भर जिसके लिए तरसता रहा 
मौत के वक्त वो मेरे गले लग जाये तो!

मोक्ष की कामना यहाँ हर किसी के दिल में 
मुझ को इसी धरती पर स्वर्ग मिल जाये तो!

तुषार खेर 

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Nilaami 1

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