Thursday 21 February 2013

कुछ शेर_1

श्याम होते ही पंछि आसमान से जमीं पे उतर आते है
जो शुकून जमीं पे मिलता है , आसमान में नहीं मिलता

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सुना है, आइना कभी झ्होथ नहीं बोलता
फिर वो हशी के पीछे छुपा दर्द क्यूँ नहीं दिखाता?

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आज कल वो ख्यालों में भी नहीं आते
आखिर उनसे मिले तो कैसे मिले?

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उस गरीब के झोपडी में कई दिनों से दिया नहीं जला
चलो आसमान से कुछ सितारे ला के उसके घर भेज दे

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