मेरी हिंदी कवितायेँ
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MAJHYA MARATHI KAVITA
Thursday 25 October 2012
गम
गम इस बातका नहीं है मुझे की चश्मों से अश्क बहते है
गम इस बात का है की आस्क पोंछने वाला कोई नहीं
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