जिनकी तसवीरें सिर्फ अखबार में देखते थे
वो ही नेता आज मेरे द्वार पे हैं दिखें
चुनाव जो है आये
जिनको संसद में चुप चाप बैठे हुए देखते थे
वो ही नेता स्टेज पर दहाड़ते हुए हैं दिखें
चुनाव जो है आये
जिनको अब तक जनता को लुटते हुए देखते थे
वो ही नेता आज जनता में पैसे लुटाते हुए हैं दिखें
चुनाव जो है आये
जिनको भ्रष्ट्राचार के दल दल में फसे हुए देखते थे
वो ही नेता दूसरों पे कीचड़ उछालते हुए हैं दिखें
चुनाव जो है आये
जिनको जनता की हर मांग को ठुकराते हुए देखते थे
वो ही नेता आज उसी जनता से मत मांगते हुए दिखें
चुनाव जो है आये
Very appropriate.
ReplyDeleteSalaam keejiye, haali janaab aaye hain,
yeh paanch saalon ka dene hisab aaye hain.
From the movie "Aandhi"
True:)
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